कहने के लिए कभी कभी हमारे पास शब्द नहीं होते और कभी माध्यम, लेकिन कहना तो है। क्योंकि मरना तय है और मरते वक्त दिल में कोई बात रह जाये तो फिर उस जीवन का मतलब ही क्या? इसलिए अपने दिल की बात कहो और अगर कोई न सुने तो शोर मचा कर कहो ताकि अंतिम समय दिल यहीं कहे कि अब बस बहुत हुआ अब शांत हो जाओ।
Wednesday, November 4, 2015
AAP 'S CASTE CARD
Does AAP play the caste politics like most traditional Indian parties, or do they adhere to the value of a caste less color less India. Ravinder Kumar of Alive finds out
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