कहने के लिए कभी कभी हमारे पास शब्द नहीं होते और कभी माध्यम, लेकिन कहना तो है। क्योंकि मरना तय है और मरते वक्त दिल में कोई बात रह जाये तो फिर उस जीवन का मतलब ही क्या? इसलिए अपने दिल की बात कहो और अगर कोई न सुने तो शोर मचा कर कहो ताकि अंतिम समय दिल यहीं कहे कि अब बस बहुत हुआ अब शांत हो जाओ।
Thursday, February 25, 2010
खबर नौकरी की
भाईयों और बहनों इन दिनों बाजार में एक खबर है कि हिंदुस्तान अखबार में नयी नियुक्तियों की कबायाद चल रही है। अगर आपको इस पर जानकारी हो तो कृपया यहां जानकारी भेज दे ताकि दूसरे भाई और बहनों का फायदा हो सके।
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